Tiger Reserve in India UPSC in Hindi (Bharat Ke Tiger Reserve)
Table of Contents
|
भारत में बाघ अभ्यारण्य की सूची 2024 (List of Tiger Reserve in India in Hindi)
No. |
Tiger Reserve
(TR) |
Notification
Year |
State |
1. |
Bandipur |
1973-74 |
Karnataka |
2. |
Corbett |
1973-74 |
Uttarakhand |
3. |
Kanha |
1973-74 |
Madhya
Pradesh |
4. |
Manas |
1973-74 |
Assam |
5. |
Melghat |
1973-74 |
Maharashtra |
6. |
Palamau |
1973-74 |
Jharkhand |
7. |
Ranthambore |
1973-74 |
Rajasthan |
8. |
Simlipal |
1973-74 |
Orissa |
9. |
Sunderban |
1973-74 |
West Bengal |
10. |
Periyar |
1978-79 |
|
11. |
Sariska |
1978-79 |
Rajasthan |
12. |
Buxa |
1982-83 |
West Bengal |
13. |
Indravati |
1982-83 |
Chattisgarh |
14. |
Namdapha |
1982-83 |
Arunachal
Pradesh |
15. |
Nagarjunsagar
Sagar |
1982-83 |
Andhra
Pradesh |
16. |
Dudhwa |
1987-88 |
Uttar Pradesh |
17. |
Kalakad
Mundanthurai |
1988-89 |
Tamil Nadu |
18 |
Valmiki |
1989-90 |
Bihar |
19. |
Pench |
1992-93 |
Madhy Pradesh |
20. |
Tadobha
Andhari |
1993-94 |
Maharashtra |
21. |
Bandhavgarh |
1993-94 |
Madhy Pradesh |
22. |
Panna |
1993-94 |
Madhy Pradesh |
23. |
Dampa |
1994-95 |
Mizoram |
24. |
Bhadra |
1998-99 |
Karnataka |
25. |
Pench |
1998-99 |
Maharashtra |
26. |
Pakke |
1999-2000 |
Arunachal
Pradesh |
27. |
Nameri |
1999-2000 |
Assam |
28. |
Satpura |
1999-2000 |
Madhya
Pradesh |
29. |
Anamalai |
2008–09 |
Tamil Nadu |
30. |
Udanti
Sitanadi |
2008–09 |
Chattisgarh |
31. |
Satkoshia |
2008–09 |
Odisha |
32. |
Kaziranga |
2008–09 |
Assam |
33. |
Achanakmar |
2008–09 |
Chattisgarh |
34. |
Kali |
2008–09 |
Karnataka |
35. |
Sanjay Dhubri |
2008–09 |
Madhya
Pradesh |
36. |
Mudumalai |
2008–09 |
Tamil Nadu |
37. |
Nagarhole |
2008–09 |
Karnataka |
38. |
Parambikulam |
2008–09 |
Kerala |
39. |
Sahyadri |
2009–10 |
Maharashtra |
40. |
Biligiri
Ranganatha |
2010–11 |
Karnataka |
41. |
Kawal |
2012–13 |
Telangana |
42. |
Sathyamangalam |
2013–14 |
Tamil Nadu |
43. |
Mukundara |
2013–14 |
Rajasthan |
44. |
Nawegaon
Nagzira |
2013–14 |
Maharashtra |
45. |
Amrabad |
2014 |
Telangana |
46. |
Pilibhit |
2014 |
Uttar Pradesh |
47. |
Bor |
2014 |
Maharashtra |
48. |
Rajaji |
2015 |
Uttarakhand |
49. |
Orang |
2016 |
Assam |
50. |
Kamlang |
2016 |
Arunachal
Pradesh |
51. |
Srivilliputhur
Megamalai |
2021 |
Tamil Nadu |
52. |
Ramgarh
Vishdhari Tiger Reserve |
2022 |
Rajasthan |
भारत में बाघ अभ्यारण्य /टाइगर रिज़र्व की राज्यवार सूची 2024 | (State-wise List of Tiger Reserve in India in Hindi)
No. |
राज्य/केंद्रशासित प्रदेश |
टाइगर रिज़र्व |
स्थापना वर्ष |
1. |
कर्नाटक |
1.बांदीपुर राष्ट्रीय उद्यान 2.भद्रा वन्य अभयारण्य 3.काली टाइगर रिजर्व 4.नागरहोल टाइगर रिज़र्व 5.बिलिगिरी रंगनाथ टाइगर रिज़र्व
|
1973-74 1998-99 2008–09 2008–09 2010–11 |
2. |
उत्तराखंड |
1.जिम कॉर्बेट राष्ट्रीय उद्यान 2.राजाजी राष्ट्रीय उद्यान
|
1973-74 2015 |
3. |
मध्य प्रदेश |
1.कान्हा राष्ट्रीय उद्यान 2.पेंच टाइगर रिजर्व 3.बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान 4.पन्ना राष्ट्रीय उद्यान 5.सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान 6.संजय-दुबरी टाइगर रिजर्व
|
1973-74 1992-93 1993-94 1993-94 1999-2000 2008–09 |
4. |
असम |
1.मानस राष्ट्रीय उद्यान 2.नमेरी राष्ट्रीय उद्यान 3.काज़ीरंगा राष्ट्रीय उद्यान 4.ओरांग राष्ट्रीय उद्यान
|
1973-74 1999-2000 2008–09 2016 |
5. |
महाराष्ट्र |
1.मेलघाट टाइगर रिज़र्व 2.ताडोबा राष्ट्रीय उद्यान 3.पेंच राष्ट्रीय उद्यान 4.सह्याद्री टाइगर रिजर्व 5.नवेगाँव राष्ट्रीय उद्यान 6.बोर टाइगर रिजर्व
|
1973-74 1993-94 1998–99 2009–10 2013–14 2014 |
6. |
झारखंड |
1.पलामू टाइगर रिजर्व
|
1973-74 |
7. |
राजस्थान |
1.रणथम्भोर राष्ट्रीय उद्यान 2.सरिस्का राष्ट्रीय उद्यान 3.मुकंदरा हिल्स टाइगर रिज़र्व 4. रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व
|
1973-74 1978–79 2013–14 2022 |
8. |
ओडिशा |
1.सिमलिपाल राष्ट्रीय उद्यान 2.सतकोसिया टाइगर रिजर्व
|
1973-74 2008–09 |
9. |
पश्चिम बंगाल |
1.सुंदरवन राष्ट्रीय उद्यान 2.बक्सा टाइगर रिजर्व
|
1973-74 1982-83 |
10. |
केरल |
1.पेरियार राष्ट्रीय उद्यान 2.परम्बिकुलम टाइगर रिजर्व
|
1978-79 2008–09 |
11. |
छत्तीसगढ़ |
1.इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान 2.उदंती-सीतानदी 3.अचनकमार वन्यजीव अभयारण्य
|
1982–83 2008–09 2008–09 |
12. |
अरुणाचल प्रदेश |
1.नमदाफा राष्ट्रीय उद्यान 2.पक्के बाघ अभयारण्य 3.कमलांग वन्यजीव अभयारण्य
|
1982–83 1999-2000 2016
|
13. |
आंध्र प्रदेश |
1.नागार्जुन सागर श्रीशैलम बाघ रिज़र्व
|
1982-83
|
14. |
उत्तर प्रदेश |
1.दुधवा राष्ट्रीय उद्यान 2.पीलीभीत टाइगर रिजर्व
|
1987-88 2014 |
15. |
बिहार |
1.वाल्मीकि राष्ट्रीय उद्यान |
1989-90
|
16. |
तमिलनाडु |
1.कलक्काड़ मुंडनतुरई 2.आनेमलई 3.मुदुमलाई टाइगर रिजर्व 4.सत्यमंगलम टाइगर रिजर्व 5.श्रीविल्लीपुथुर मेघमालई टाइगर रिजर्व
|
1988-89 2008–09 2008–09 2013–14 2021 |
17. |
मिजोरम |
1.डंपा टाइगर रिजर्व |
1994-95
|
18. |
तेलंगाना |
1.कवाल टाइगर रिजर्व 2.अमराबाद टाइगर रिजर्व
|
2012–13 2014 |
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कर्नाटक में
बाघ अभ्यारण्य/टाइगर रिज़र्व (Tiger Reserve in Karnataka in Hindi)
1. बांदीपुर राष्ट्रीय उद्यान:
बांदीपुर नेशनल
पार्क को 1974 में प्रोजेक्ट टाइगर के अंतर्गत टाइगर रिज़र्व के रूप में स्थापित किया
गया था। बांदीपुर राष्ट्रीय उद्यान कर्नाटक के चामराजनगर ज़िले में 914 वर्ग किलोमीटर
क्षेत्र में फैला हुआ है। बांदीपुर राष्ट्रीय उद्यान नीलगिरी बायोस्फीयर रिज़र्व का
एक भाग है। बांदीपुर राष्ट्रीय उद्यान उत्तर-पश्चिम में राजीव गांधी राष्ट्रीय उद्यान
(नागरहोल), दक्षिण में मुदुमलाई वन्यजीव अभयारण्य (तमिलनाडु) और दक्षिण-पश्चिम में वायनाड वन्यजीव अभयारण्य
(केरल) द्वारा घिरा हुआ है। यह
सब साथ मिलकर नीलगिरी बायोस्फीयर रिज़र्व बनाते हैं। भौगोलिक रूप से, यह एक "पारिस्थितिक
संगम" (ecological confluence) है, क्योंकि यहाँ पश्चिमी और पूर्वी घाट मिलते
हैं।
बांदीपुर राष्ट्रीय
पार्क उत्तर में कबिनी नदी (Kabini
river) और दक्षिण में मोयार नदी (Moyar
river) से घिरा है। नुगु नदी (Nugu
river) पार्क के बीच में से गुजरती है। बांदीपुर नेशनल पार्क
में भारतीय हाथियों, गौर(gaur), बाघ, स्लॉथ भालू, मगर (muggers), भारतीय रॉक पायथन, चार सींग
वाले मृग, गीदड़ और ढोले (dhole) जैसे लुप्तप्राय (endangered) और कमजोर (vulnerable) प्रजातियों की पर्याप्त आबादी पायी जाती है।
बांदीपुर नेशनल पार्क में सदाबहार तथा पतझड़ी वन पाये जाते हैं।
2. भद्रा वन्य अभयारण्य:
भद्रा वन्य
अभयारण्य भारत के कर्नाटक राज्य के चिकमगलूर ज़िले में
स्थित हैं। यह एक बाघ संरक्षित क्षेत्र है जो भारत की प्रोजेक्ट टाईगर परियोजना
का एक हिस्सा है।
3. काली टाइगर रिजर्व:
काली टाइगर
रिज़र्व (पूर्व में अंशी राष्ट्रीय उद्यान) एक संरक्षित क्षेत्र और बाघ अभयारण्य है।
यह कर्नाटक के उत्तरा कन्नड़ जिले में में स्थित है। काली नदी बाघ अभ्यारण्य से होकर
बहती है। उल्लेखनीय है कि अंशी राष्ट्रीय उद्यान और डंडेली वन्यजीव अभयारण्य को एक
साथ प्रोजेक्ट टाइगर टाइगर रिजर्व का दर्जा दिया गया था, जिसे जनवरी, 2007 में 'अंशी
डंडेली टाइगर रिजर्व' के रूप में घोषित किया गया था। दिसंबर 2015 में, डंडेली अंशी टाइगर रिजर्व
का नाम बदलकर काली टाइगर रिजर्व कर दिया गया।
4. नागरहोल टाइगर रिज़र्व:
नागरहोल टाइगर
रिजर्व कर्नाटक के मैसूर और कोडागु जिलों में स्थित है। इसका नाम एक नदी नागरहोल के नाम पर रखा गया है, जो कबिनी नदी
में शामिल होने से पहले नागरहोल टाइगर रिज़र्व के भीतर बहती है। इस पार्क को 1999 में भारत का 37th
टाइगर रिजर्व घोषित किया गया था। यह नीलगिरी बायोस्फीयर रिजर्व का भी हिस्सा है।
5. बिलिगिरी रंगनाथ/ रंगास्वामी टाइगर रिज़र्व:
बिलिगिरी रंगास्वामी
टाइगर रिजर्व कर्नाटक राज्य के चामराजनगर जिले में स्थित है। यह अनोखा जैव भौगोलिक
आवास दक्षिण भारत में पश्चिमी और पूर्वी घाटों के बीच पुल के रूप में कार्य करता है।
उत्तराखंड में
बाघ अभ्यारण्य/टाइगर रिज़र्व (Tiger Reserve in Uttarakhand in Hindi)
1. जिम कॉर्बेट राष्ट्रीय उद्यान:
कॉर्बेट राष्ट्रीय
उद्यान उत्तराखंड के तीन जिलों पौड़ी, नैनीताल
और अल्मोड़ा में फैला हुआ है। जिम कॉर्बेट राष्ट्रीय उद्यान भारत का सबसे पुराना राष्ट्रीय
पार्क है। जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क की स्थापना वर्ष 1936 में रामगंगा नदी (उत्तराखंड)
क्षेत्र में की गयी थी। यह रामगंगा की पातलीदून घाटी में है। है। जिम कॉर्बेट नेशनल
पार्क भारत का प्रथम राष्ट्रीय बाघ रिजर्व (1st tiger reserve in india) हैं। यहाँ
घने नम पर्णपाती वन पाए जाते है, जिनमे मुख्य
रूप से साल, हल्दू, पीपल, रोहिणी और आम के पेड़ होते हैं।
इसका नाम अंग्रेज़
गवर्नर माँलकम हैली के नाम पर हैली नेशनल पार्क रखा गया।1954-55 में इसका नाम परिवर्तित
कर रामगंगा नेशनल पार्क रखा गया। वर्ष 1955-56 में जेम्स एडवर्ड कार्बेट (जन्म 25 जुलाई 1875) के नाम पर इसका नाम जिम कॉर्बेट नेशनल
पार्क रखा गया।
2. राजाजी राष्ट्रीय उद्यान:
राजाजी नेशनल
पार्क एक भारतीय राष्ट्रीय उद्यान और बाघ अभयारण्य है,जो शिवालिक हिमालय की तलहटी के
पास स्थित हैं। उत्तराखंड के तीन जिलों: हरिद्वार, देहरादून और पौड़ी गढ़वाल
में फैला है। 1983 में, इस क्षेत्र
में तीन वन्यजीव अभयारण्य, चीला, मोतीचूर और राजाजी अभयारण्यों को एक में मिला दिया
गया था।
राजाजी नेशनल
पार्क का नाम स्वतंत्रता संग्राम के एक प्रमुख नेता सी. राजगोपालाचारी (राजाजी) के
नाम पर रखा गया है, जो स्वतंत्र भारत के दूसरे और अंतिम गवर्नर-जनरल और भारत के सर्वोच्च
नागरिक पुरस्कार भारत रत्न (1954 में) के पहले प्राप्तकर्ताओं में से एक हैं।
मध्य प्रदेश में बाघ अभ्यारण्य/टाइगर रिज़र्व (Tiger Reserve in Madhya Pradesh in Hindi)
मध्य प्रदेश
(Madhya Pradesh) को बाघ राज्य /Tiger State के नाम से भी जाना जाता है |
1. कान्हा राष्ट्रीय उद्यान:
कान्हा टाइगर
रिज़र्व, जिसे कान्हा-किसली राष्ट्रीय उद्यान (Kanha–Kisli National Park) के रूप में भी जाना जाता है,
भारत के बाघ अभयारण्यों में से एक है और मध्य प्रदेश राज्य का सबसे बड़ा राष्ट्रीय
उद्यान है। यह मध्य प्रदेश
राज्य के दो जिलों मंडला और बालाघाट में फैला हुआ है। वर्तमान में कान्हा क्षेत्र को
दो संरक्षित क्षेत्रों, क्रमशः हॉलोन और बंजार (Hallon and Banjar) में विभाजित किया गया है।
कान्हा नेशनल
पार्क 1 जून 1955 को बनाया गया था और 1973 में एक बाघ आरक्षित क्षेत्र घोषित किया गया
था। इस पार्क में बंगाल टाइगर, भारतीय तेंदुआ, sloth bear, बरसिंघा और dhole पाए जाते
हैं। यह भारत में आधिकारिक रूप से बारसिंह
(Bhoorsingh the Barasingha) का
परिचय देने वाला पहला बाघ अभयारण्य भी है।
2. पेंच टाइगर रिजर्व:
यह मध्य प्रदेश के सिवनी जिले में स्थित है। क्षेत्रफल की दृष्टि से यह भारत का सबसे छोटा बाघ रिज़र्व है। इसका नाम पेंच नदी के कारण पेंच टाइगर रिजर्व है। कन्हान नदी में शामिल होने से पहले, पेंच नदी पार्क के अंदर उत्तर से दक्षिण की ओर 74 किमी तक बहती है। रिज़र्व मध्य प्रदेश की दक्षिणी सीमा पर सतपुड़ा श्रेणी के पहाड़ियों की दक्षिणी निचले इलाकों में स्थित है।
3. बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान:
बांधवगढ़ राष्ट्रीय
उद्यान मध्य प्रदेश के उमरिया जिले में स्थित है। इसे वर्ष 1968 में राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया गया था और फिर 1993 में टाइगर रिजर्व बन गया।
इस उद्यान में 'बांधवगढ़' नामक एक
मुख्य पहाड़ है। यहाँ उष्णकटिबंधीय नम, पर्णपाती वन पाए जाते है।
4. पन्ना राष्ट्रीय उद्यान:
पन्ना
राष्ट्रीय उद्यान भारत
में मध्य प्रदेश के छतरपुर और पन्ना जिलों में स्थित है। पन्ना राष्ट्रीय उद्यान को
1981 में एक वन्यजीव अभयारण्य और 2011 में बायोस्फीयर रिजर्व के रूप में नामित किया
गया था। केन नदी इस राष्ट्रीय उद्यान से गुजरती है। पन्ना टाइगर रिजर्व (PTR) विंध्य
पर्वत श्रृंखला में स्थित है।
5. सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान:
सतपुड़ा राष्ट्रीय
उद्यान भारत के मध्य प्रदेश राज्य के होशंगाबाद ज़िले में स्थित है। इसे 1981 में स्थापित
किया गया था। इसकी समृद्ध जीव विविधता के आधार पर, इसे 1999 में भारत के पहले जैव-क्षेत्र
रिजर्व के रूप में घोषित किया गया था। इसे 1999-2000 में टाइगर रिज़र्व घोषित किया गया था।
6. संजय-दुबरी टाइगर रिजर्व:
यह मप्र राज्य
के उत्तर पूर्वी भाग में सीधी और शहडोल जिलों में स्थित है और दक्षिण में गुरु घासीदास
राष्ट्रीय उद्यान से घिरा है, संजय-दुबरी टाइगर रिजर्व के सभी क्षेत्र सन् 2000 से
पहले मध्य प्रदेश में हुआ करते थे। 2000 में मध्य प्रदेश से छत्तीसगढ़ राज्य का निर्माण
हुआ था। इस क्षेत्र का एक बड़ा हिस्सा अब छत्तीसगढ़ में स्थित है, जिसका नाम बदलकर
"गुरु घासीदास" कर दिया गया हैं।
विभिन्न बारहमासी नदियाँ रिज़र्व रिज़र्व से होकर बहती हैं जैसे गोपद, बनास, मवई, महान,कोमार,
उमरारी और अन्य।
असम में बाघ
अभ्यारण्य/टाइगर रिज़र्व (Tiger Reserve in Assam in Hindi)
1. मानस राष्ट्रीय उद्यान:
मानस राष्ट्रीय
उद्यान या मानस वन्यजीव अभयारण्य भारत के असम राज्य के कोकराझार, चिरांग, बक्सा और
उदलगुरी जिलों (Kokrajhar, Chirang, Buxa and Udalguri) में स्थित एक राष्ट्रीय उद्यान
हैं। यह अभयारण्य यूनेस्को द्वारा घोषित एक प्राकृतिक विश्व धरोहर स्थल (UNESCO World Heritage Site) के साथ-साथ एक टाइगर रिज़र्व, हाथियों
के आरक्षित क्षेत्र और एक
आरक्षित जीवमंडल क्षेत्र
भी हैं। हिमालय की तलहटी में स्थित
यह अभयारण्य भूटान के रॉयल मानस नेशनल पार्क (Royal Manas National Park) के निकट है। यह पार्क अपने दुर्लभ
और लुप्तप्राय स्थानिक वन्यजीव के लिए जाना जाता है जैसे Assam roofed turtle,
hispid hare, golden langur और pygmy hog। मानस जंगली भैंसों (wild water buffalo) के लिए भी प्रसिद्ध
है।
इस पार्क का
नाम मानस नदी पर रखा गया है। मानस नदी ब्रह्मपुत्र नदी की एक प्रमुख सहायक नदी है,
जो इस राष्ट्रीय उद्यान के बीच से होकर गुजरती है।
2. नमेरी राष्ट्रीय उद्यान:
नामेरी राष्ट्रीय
उद्यान भारत के असम के सोनितपुर जिले में पूर्वी हिमालय की तलहटी में स्थित एक राष्ट्रीय
उद्यान है। नामेरी को वर्ष 1999-2000 में टाइगर रिजर्व के रूप में घोषित किया गया,
जो मानस टाइगर रिजर्व के बाद असम का दूसरा टाइगर रिजर्व है।
मुख्य नदियाँ
जिया- भोरोली और बोर डिकोराई हैं। इन दो नदियों की अन्य सहायक नदियाँ हैं: दीजी, दीनई,
नामेरी, खारी, ऊपरी डिकिरी जो अरुणाचल हिमालय में उत्पन्न होती है और पक्के टीआर और
नामेरी टीआर से होकर बहती है।
3. काज़ीरंगा राष्ट्रीय उद्यान:
काजीरंगा विश्व
में सर्वाधिक बाघ घनत्व वाला बाघ रिज़र्व है। काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान भारत के असम
राज्य के गोलाघाट, कार्बी आंगलोंग और नागांव जिलों में स्थित एक राष्ट्रीय उद्यान है।
यह एक UNESCO विश्व विरासत स्थल भी है। काज़ीरंगा
राष्ट्रीय उद्यान एक सींग वाले गेंडे (भारतीय गेंडा) के लिए विशेष रूप से प्रसिद्ध
है। ब्रह्मपुत्र की एक सहायक नदी डिफालु नदी राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र से होकर बहती है, जबकि एक अन्य सहायक नदी मोरादिफालु दक्षिणी सीमा के साथ बहती है।
4. ओरांग राष्ट्रीय उद्यान:
ओरंग नेशनल
पार्क भारत का एक राष्ट्रीय उद्यान है जो असम के दर्रांग और सोनितपुर जिलों
(Darrang and Sonitpur
districts) में ब्रह्मपुत्र नदी के उत्तरी तट पर स्थित है। यह 1985 में एक अभयारण्य के रूप में स्थापित
किया गया था और 13 अप्रैल 1999 को एक राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया गया था। यह ब्रह्मपुत्र नदी के उत्तरी तट पर गैंडों
का एकमात्र गढ़ है।
महाराष्ट्र
में बाघ अभ्यारण्य/टाइगर रिज़र्व (Tiger Reserve in Maharashtra in Hindi)
*नागपुर को भारत
के ‘टाइगर कैपिटल’के रूप में भी जाना जाता है|
1. मेलघाट टाइगर रिज़र्व:
मेलघाट को प्रोजेक्ट
टाइगर के तहत 1973-74 में बाघ आरक्षित घोषित किया गया था और प्रोजेक्ट टाइगर के तहत
1973-74 में अधिसूचित पहले 9 बाघ अभ्यारण्यों में से एक था। यह भारत के महाराष्ट्र
राज्य के अमरावती जिले के उत्तरी भाग में स्थित है। सतपुड़ा रेंज की Gawilgadh
ridge और ताप्ती नदी रिजर्व की सीमा बनाती हैं। 1985 में, मेलघाट वन्यजीव अभयारण्य
बनाया गया था। यहाँ विभिन्न प्रकार की वन्यजीव प्रजातियाँ पाई जाती हैं जैसे Indian leopard, sloth bear,
dhole, Indian jackal, sambar, gaur, barking deer, nilgai, chital, chausingha,
flying squirrel, wild boar, langur, pangolin, mouse deer, python, otter etc.
2. ताडोबा राष्ट्रीय उद्यान:
ताडोबा राष्ट्रीय
उद्यान भारत के महाराष्ट्र राज्य के चंद्रपुर जिले में स्थित है। यह महाराष्ट्र का
सबसे पुराना राष्ट्रीय उद्यान है। 1955 में निर्मित रिजर्व में ताडोबा राष्ट्रीय उद्यान
और अंधारी वन्यजीव अभयारण्य शामिल हैं।
3. पेंच राष्ट्रीय उद्यान:
मध्य प्रदेश
के पेंच टाइगर रिजर्व
का कुछ हिस्सा महाराष्ट्र में स्थित है।
4. सह्याद्री टाइगर रिजर्व:
सह्याद्री टाइगर
रिजर्व महाराष्ट्र के पश्चिमी घाट के सह्याद्रि रेंज में स्थित है। यह क्षेत्र महाराष्ट्र में चार जिलों
सतारा (महाबलेश्वर, मेधा, सतारा और पाटन तहसील), सांगली (शिरला तहसील), कोल्हापुर
(शौवाड़ी तहसील) और रत्नागिरी (संगमेश्वर, चिपलून और खेड़ तहसीलों) में फैला हुआ है।
सह्याद्री टाइगर रिजर्व,कोयना अभयारण्य (KWLS) और चंदोली नेशनल पार्क (CNP) के दो संरक्षित
क्षेत्रों में फैला हुआ है।
5. नवेगाँव राष्ट्रीय उद्यान:
नवेगाँव टाइगर
रिजर्व महाराष्ट्र के गोंदिया और शंदारा जिलों (Gondia and Shandara Districts) में
स्थित है।
6. बोर टाइगर रिजर्व:
बोर टाइगर रिजर्व
एक वन्यजीव अभयारण्य है जिसे जुलाई 2014 में एक बाघ आरक्षित घोषित किया गया था। यह
भारत के महाराष्ट्र राज्य में वर्धा जिले में हिंगानी के पास स्थित है।
झारखंड में
बाघ अभ्यारण्य/टाइगर रिज़र्व (Tiger Reserve in Jharkhand in Hindi)
1. पलामू टाइगर रिजर्व:
पलामू टाइगर
रिजर्व झारखंड के छोटा नागपुर पठार के पश्चिमी
भाग में पलामू ज़िले में स्थित है। यह 1974 में बाघ परियोजना के अंतर्गत गठित प्रथम
9 टाइगर रिज़र्व में से एक है। अभयारण्य के कोर क्षेत्र को बेतला राष्ट्रीय उद्यान
के रूप में अधिसूचित किया गया है। पलामू टाइगर रिजर्व, बेतला राष्ट्रीय उद्यान और पलामू
वन्यजीव अभयारण्य का हिस्सा है। पलामू टाइगर रिजर्व के मुख्य आकर्षणों में शामिल हैं बाघ, हाथी, तेंदुआ,
गौर, सांभर और चीतल, Grey
wolf, Wild dog, Gaur, Sloth bear, Four horned antelope । यह क्षेत्र बॉक्साइट और
कोयला जैसे खनिजों से बहुत समृद्ध है।
राजस्थान में
बाघ अभ्यारण्य/टाइगर रिज़र्व (Tiger Reserve in Rajasthan in Hindi)
1. रणथम्भोर राष्ट्रीय उद्यान:
रणथम्भोर राष्ट्रीय
उद्यान राजस्थान के दक्षिणी जिले सवाई माधोपुर में स्थित है। रणथंभौर को भारत सरकार द्वारा 1955 में
सवाई माधोपुर खेल अभयारण्य के रूप में स्थापित किया गया था और 1973 में प्रोजेक्ट टाइगर
रिजर्व घोषित किया गया था। 1 नवंबर 1980 को रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान को एक राष्ट्रीय
उद्यान बना दिया गया।
यह उत्तर में
बनास नदी और दक्षिण में चंबल नदी से घिरा है। इसका नाम ऐतिहासिक रणथंभौर किले के नाम
पर रखा गया है, जो पार्क के भीतर स्थित है। रणथंभौर
अरावली और विंध्य पर्वतमाला के जंक्शन, महान सीमा दोष (great boundary fault) पर स्थित
है। रणथंभौर नेशनल पार्क में बंगाल टाइगर, भारतीय तेंदुआ, नीलगाय, जंगली सूअर, सांभर,
धारीदार लकड़बग्घा, ग्रे लंगूर, रीसस मकाक, मग्गर मगरमच्छ और चीतल जैसे वन्यजीव हैं।
अभयारण्य विभिन्न प्रकार के पेड़ों, पौधों, पक्षियों और सरीसृपों के साथ-साथ भारत में
सबसे ज्यादा बरगद के पेड़ों का क्षेत्र भी है।
2. सरिस्का राष्ट्रीय उद्यान:
सरिस्का दुनिया
की सबसे पुरानी पर्वत श्रृंखला अरावली में फैले बाघों के आवास का प्रतिनिधित्व करता
है। सरिस्का राष्ट्रीय उद्यान राजस्थान के राज्य के अलवर जिले में स्थित है। 1955 में
इसे वन्यजीव आरक्षित क्षेत्र
घोषित किया गया था। 1978 में बाघ परियोजना के तहत टाइगर रिजर्व का दर्जा दिया गया।
सरिस्का बाघ अभयारण्य में बाघ, तेंदुआ, जंगली बिल्ली, स्वर्ण सियार, चीतल, साभर, नीलगाय, चिंकारा, चार सींग शामिल 'मृग' chousingha, जंगली सुअर, खरगोश, लंगूर और पक्षी प्रजातियों और सरीसृप के वन्य जीव मिलते है। जंगलों में प्रभावी वृक्ष ढोक है। अन्य पेड़ों जैसे हैं सालार, धाक, गोल, बेर और खैर, बरगद, अर्जुन, बाँस है।
3. मुकंदरा हिल्स
टाइगर रिज़र्व:
मुकंदरा हिल्स
बाघ रिजर्व का गठन वर्ष 2013 में किया गया था। यह राजस्थान
में स्थित है।
ओडिशा में बाघ
अभ्यारण्य/टाइगर रिज़र्व (Tiger Reserve in Orissa in Hindi)
1. सिमलिपाल राष्ट्रीय उद्यान:
सिमलिपाल राष्ट्रीय
उद्यान भारत के ओडीशा राज्य के मयूरभंज जिला में स्थित है तथा यह एक टाइगर रिज़र्व
के साथ हाथी अभयारण्य भी है।यह मयूरभंज हाथी अभ्यारण्य का हिस्सा है, जिसमें तीन संरक्षित
क्षेत्र शामिल हैं - सिमिलिपाल टाइगर रिज़र्व, हडगढ़ वन्यजीव अभयारण्य और कुलडीहा वन्यजीव अभयारण्य। सिमलीपाल राष्ट्रीय उद्यान
क्षेत्र में उगने वाले लाल रेशमी कपास के पेड़ों के बहुतायत से इसका नाम सिमलिपाल पड़ा
है। यह भारत का 7 वां सबसे बड़ा राष्ट्रीय उद्यान है।यह पार्क बंगाल टाइगर, एशियाई
हाथी, गौर और चौसिंगा का घर है। यहाँ कुछ खूबसूरत झरने जैसे कि जोरांडा और बरहीपनी
जलप्रपात (Joranda and Barehipani Falls) भी
है।
ओडिशा सरकार
ने 1979 में सिमलीपाल को एक वन्यजीव अभयारण्य घोषित किया। बाद में 1980 में, राज्य
सरकार ने अभयारण्य को राष्ट्रीय उद्यान के रूप में प्रस्तावित किया। भारत सरकार ने
1994 में सिमलीपाल को एक बायोस्फीयर रिजर्व के रूप में घोषित किया। यूनेस्को ने
2009 में बायोस्फीयर रिज़र्व की अपनी सूची में सिमलिपाल राष्ट्रीय उद्यान को जोड़ा।
2. सतकोसिया टाइगर रिजर्व:
सतकोसिया टाइगर
रिजर्व ओडिशा के चार जिलों अंगुल, कटक, बौध और नयागढ़ में फैला हुआ है।
महानदी नदी रिजर्व के बीच में से
होकर बहती है।सतकोसिया वन्यजीव अभयारण्य 1976 में बनाया गया था। सतकोसिया टाइगर रिजर्व
2007 में नामित किया गया था।
पश्चिम बंगाल
में बाघ अभ्यारण्य/टाइगर रिज़र्व (Tiger Reserve in West Bengal in Hindi)
1. सुंदरवन राष्ट्रीय उद्यान:
सुंदरवन राष्ट्रीय उद्यान भारत के पश्चिम बंगाल राज्य के दक्षिण 24 परगना जिले में गंगा नदी के सुंदरवन डेल्टा क्षेत्र में स्थित है। यह एक राष्ट्रीय उद्यान, बाघ संरक्षित क्षेत्र एवं बायोस्फ़ीयर रिज़र्व क्षेत्र है। यहाँ मैन्ग्रोव वन पाए जाते है और रॉयल बंगाल टाइगर का सबसे बड़ा संरक्षित क्षेत्र है। यह विश्व का एकमात्र ऐसा नदी डेल्टा क्षेत्र है जहां बाघ पाए जाते हैं।
सुंदरबन राष्ट्रीय
उद्यान को 1973 में सुंदरबन टाइगर रिजर्व क्षेत्र और 1977 में एक वन्यजीव अभयारण्य
घोषित किया गया था। 1984 को इसे राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया गया था। यह 1987 से यूनेस्को
की विश्व धरोहर स्थल है और इसे 2019 में रामसर साइट के रूप में नामित किया गया है।
इसे 1989 से बायोस्फीयर रिजर्व (मैन एंड बायोस्फियर रिजर्व) के विश्व नेटवर्क में शामिल किया गया
है।
2. बक्सा टाइगर रिजर्व:
बक्सा टाइगर
रिजर्व 1983 में भारत के 15वें बाघ रिजर्व के रूप में बनाया गया था। 1986 में, बक्सा
वन्यजीव अभयारण्य का गठन किया गया था। राज्य सरकार ने 1997 में इसे राष्ट्रीय उद्यान
घोषित किया।
बक्सा टाइगर
रिजर्व पश्चिम बंगाल के अलीपुरद्वार (Alipurduar)
जिले में स्थित है। इसकी उत्तरी सीमा भूटान के साथ चलती है। सिंचुला पहाड़ी (Sinchula
hill range) की सीमा बक्सा टाइगर रिजर्व के उत्तरी भाग में स्थित है और पूर्वी सीमा
असम राज्य से छूती है। मौजूद स्तनधारियों में एशियाई हाथी, गौर, सांभर हिरण, क्लाउडेड
तेंदुआ, भारतीय तेंदुआ शामिल हैं।
केरल में बाघ
अभ्यारण्य/टाइगर रिज़र्व (Tiger Reserve in Kerala in Hindi)
1. पेरियार राष्ट्रीय उद्यान:
पेरियार राष्ट्रीय
उद्यान और वन्यजीव अभयारण्य भारत के केरल में इडुक्की और पठानमथिट्टा (Pathanamthitta) जिलों में स्थित एक संरक्षित
क्षेत्र है। यह एक हाथी आरक्षित और एक बाघ आरक्षित क्षेत्र है। यह पार्क दुर्लभ, स्थानिक और लुप्तप्राय वनस्पतियों
और जीवों का भंडार है और केरल की दो महत्वपूर्ण नदियों पेरियार और पंबाका प्रमुख जलक्षेत्र
है।यह पार्क पश्चिमी घाट की इलायची पहाड़ियों में स्थित है।
2. परम्बिकुलम
टाइगर रिज़र्व:
परम्बिकुलम टाइगर रिज़र्व केरल के पलक्कड़ और त्रिशूर जिलों में है। वन्यजीव अभयारण्य 1973 में स्थापित किया गया था। यह अनामीलाई हिल्स और नेल्लिमपैथी हिल्स के बीच की पहाड़ियों की संगम श्रेणी में है। परम्बिकुलम वन्यजीव अभयारण्य को 19 फरवरी 2010 में परंबिकुलम टाइगर रिज़र्व के हिस्से के रूप में घोषित किया गया था।
छत्तीसगढ़ में
बाघ अभ्यारण्य/टाइगर रिज़र्व (Tiger Reserve in Chattisgarh in Hindi)
1. इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान:
इंद्रावती राष्ट्रीय
उद्यान भारत के छत्तीसगढ़ राज्य के बीजापुर ज़िले में स्थित है। इंद्रावती नदी के किनारे
स्थित होने के कारण इसका नाम इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान पड़ा है। इंद्रावती नदी,
जो पार्क में पूर्व से पश्चिम की
ओर बहती है, रिजर्व की उत्तरी
सीमा बनाती है।
इंद्रावती राष्ट्रीय
उद्यान की वनस्पति मुख्य रूप से उष्णकटिबंधीय नम और शुष्क पर्णपाती प्रकार की है, जिसमें बांस, साल और सागौन की
प्रधानता है। भैंस, चीतल, भौंकने वाले हिरण, नीलगाय, और गौर जैसे जीव पाए जाते हैं।
यह दुर्लभ जंगली भैंसे की प्रमुख आबादी वाली जगहों में से एक है। पार्क में आम, सागौन,
महुआ, तेंदू, सेमल, हल्दू, बेर और जामुन के पेड़ पाए जाते हैं।
2. उदंती-सीतानदी टायगर रिजर्व:
सीतानदी वन्यजीव
अभयारण्य धमतरी जिला (Dhamtari District), छत्तीसगढ़, भारत में स्थित है। वन्यजीव अभयारण्य
की स्थापना 1974 में वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत की गई थी। इसका नाम सीतानदी नदी के नाम पर रखा गया
है जो इस अभयारण्य से निकलती है और देवखुट के पास महानदी नदी में मिलती है।
2. अचनकमार वन्यजीव अभयारण्य:
अचनकमार वन्यजीव
अभयारण्य छत्तीसगढ़ राज्य में मुंगेली (Mungeli)
जिले में एक अभयारण्य है। इसे 1975 में भारतीय वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 के प्रावधानों
के तहत बनाया गया था और 2009 में प्रोजेक्ट टाइगर के तहत टाइगर रिज़र्व घोषित किया
गया था। यह अचनकमार-अमरकंटक बायोस्फीयर रिजर्व (Achanakmar-Amarkantak Biosphere
Reserve) का एक हिस्सा है। अभयारण्य
सोन नदी और नर्मदा नदी के स्रोत अमरकंटक के करीब है।
अरुणाचल प्रदेश
में बाघ अभ्यारण्य/टाइगर रिज़र्व (Tiger Reserve in Arunachal Pradesh in Hindi)
1. नमदाफा राष्ट्रीय उद्यान:
यह उद्यान भारत
के पूर्वोत्तर राज्य अरुणाचल प्रदेश के चांगलांग (Changlang) ज़िले में म्यांमार के साथ की सीमा के पास स्थित
है। नामदा को मूल रूप से 1972 में वन्यजीव अभयारण्य घोषित किया गया था, फिर 1983 में
एक राष्ट्रीय उद्यान और उसी वर्ष प्रोजेक्ट टाइगर योजना के तहत टाइगर रिजर्व बन गया।
यह बाघ रिज़र्व विश्व में सर्वाधिक ऊंचाई पर स्थित है। यह भारत का चौथा सबसे बड़ा राष्ट्रीय
उद्यान है।
यह मिश्मी हिल्स (Mishmi Hills) के डाफा बम रेंज (Dapha bum range) और पटकाई रेंज (Patkai range) के बीच स्थित है। नमदाफा फ्लाइंग गिलहरी (Namdapha flying squirrel) को सबसे पहले इसी पार्क में खोजा गया था। यह पार्क के लिए स्थानिक और गंभीर रूप से संकटग्रस्त है।
2. पक्के बाघ अभयारण्य:
पक्के टाइगर
रिजर्व अरुणाचल प्रदेश के पूर्वी कामेंग जिले में स्थित है। यह भारत के प्रोजेक्ट टाईगर कार्यक्रम
का भाग है।
3. कमलांग वन्यजीव अभयारण्य:
1989 में स्थापित
कमलांग वन्यजीव अभयारण्य भारत का 50 वां बाघ अभयारण्य है। यह पूर्वोत्तर भारतीय राज्य अरुणाचल प्रदेश
के लोहित जिले में स्थित है। पार्क का नाम कमलांग नदी के नाम पर रखा गया है, जो इसके
बीच से होकर बहती है।
आंध्र प्रदेश
में बाघ अभ्यारण्य/टाइगर रिज़र्व (Tiger Reserve in Andhra Pradesh in Hindi)
1. नागार्जुनसागर श्रीशैलम टाइगर रिज़र्व:
भारत में सबसे
बड़ा टाइगर रिजर्व नागार्जुनसागर श्रीशैलम टाइगर रिज़र्व है, जो नाल्लामलाई पर्वत श्रेणी
में स्थित है। यह रिज़र्व आंध्र प्रदेश के पांच जिलों ,नालगोंडा ,महबूबनगर ,कुर्नूल
,प्रकाशम और गुंटूर के ज़िलों में फैला हुआ है। श्रीशैलम के जलाशय और मंदिर पर्यटकों
और तीर्थयात्रियों के लिए प्रमुख आकर्षण हैं।
उत्तर प्रदेश
में बाघ अभ्यारण्य/टाइगर रिज़र्व (Tiger Reserve in Uttar Pradesh in Hindi)
1. दुधवा राष्ट्रीय उद्यान:
दुधवा राष्ट्रीय
उद्यान भारत के उत्तर प्रदेश राज्य
के लखीमपुर खीरी जिले में स्थित एक संरक्षित वन क्षेत्र है। यह भारत और नेपाल की सीमाओं
से लगे हुए वन क्षेत्र में फैला है। दुधवा राष्ट्रीय उद्यान बारहसिंगा (swamp
deer) और बाघों के लिए विश्व प्रसिद्ध है।
फ़रवरी 1977
को दुधवा के जंगलों को राष्ट्रीय उद्यान बनाया गया था । दुधवा राष्ट्रीय उद्यान में 1987-88 में किशनपुर वन्य
जीव विहार को मिला लिया गया तथा इसे बाघ संरक्षित क्षेत्र घोषित कर दिया गया।
दुधवा राष्ट्रीय
उद्यान में बाघ, तेंदुए, गैण्डा, हाथी, बारहसिंगा, चीतल, कृष्ण मृग, चौसिंगा, सांभर,
नीलगाय, वाइल्ड डॉग, भेड़िया, लकड़बग्घा, सियार, लोमड़ी, हिस्पिड हेयर प्रजातियाँ निवास
करती है। पहले जंगली भैसें भी यहाँ रहते थे जो कि मानव आबादी के दखल से धीरे-धीरे विलुप्त
हो गये। वनस्पति में साल,
असना, बहेड़ा, जामुन, खैर आदि कई प्रकार के वृक्ष इस वन में मौजूद हैं।
2. पीलीभीत टाइगर रिजर्व:
उत्तर प्रदेश
के पीलीभीत और शाहजहाँपुर जिलों में स्थित पीलीभीत टाइगर रिजर्व को 2014 में एक बाघ
आरक्षित के रूप में अधिसूचित किया गया था। गोमती नदी पीलीभीत टाइगर रिजर्व से निकलती
(origin) है।
बिहार
में बाघ अभ्यारण्य/टाइगर रिज़र्व (Tiger Reserve in Bihar in
Hindi)
1. वाल्मीकि राष्ट्रीय उद्यान:
वाल्मीकि राष्ट्रीय
उद्यान भारत के बिहार राज्य के पश्चिमी चंपारण जिले
में, गंडक नदी के किनारे भारत-नेपाल
सीमा पर, स्थित है।
यहां पर बाघ,
स्लॉथ बीयर, भेडिए, हिरण, चीते, अजगर, चीतल, सांभर, नील गाय, जंगली कुत्ते, एक सींग
वाले राइनोसिरोस तथा भारतीय भैंसे आदि पाए जाते जाते हैं।
तमिलनाडु में
बाघ अभ्यारण्य/टाइगर रिज़र्व (Tiger Reserve in Tamil Nadu in Hindi)
1. कलक्काड़ मुंडनतुरई टाइगर रिज़र्व:
कलक्काड़ मुंडनतुरई
टाइगर रिज़र्व दक्षिण भारतीय राज्य तमिलनाडु के दक्षिणी पश्चिमी घाट में तिरुनेलवेली
जिले और कन्याकुमारी जिले में स्थित है। कालकड़
मुदथुरेई भारत का सबसे दक्षिणतम बाघ रिजर्व है।1962 में कलक्कड़ वन्यजीव अभयारण्य और
मुंडनतुरई वन्यजीव अभयारण्य की स्थापना हुई थी। 1988 में इन दोनों को मिलाकर कलक्काड़
मुंडनतुरई टाइगर रिज़र्व बनाया गया था। यह अंतर-राज्य
(केरल और तमिलनाडु) अगसत्यमाला जीवमंडल रिज़र्व का भाग है।
यहाँ बाघ, तेंदुआ,
जंगल बिल्ली, जंगली कुत्ता, हाथी, गौर, सांबर, चीतल, नीलगिरि तहर, जंगली सुअर, माउस
हिरण, स्लॉथ भालू, शेर-पूंछ वाले मैकाक, बोनट मैकाक, नीलगिरि लंगूर, आम लंगूर, पतला
लॉरिस, विशाल गिलहरी,मगरमच्छ आदि पाए जाते है।
2. आनेमलई बाघ अभयारण्य:
आनेमलई बाघ
अभयारण्य भारत के तमिलनाडु राज्य के कोयम्बतूर ज़िले और तिरुपुर ज़िले में आनेमलई
पहाड़ियों में स्थित संरक्षित क्षेत्र है। आनेमलई
बाघ अभयारण्य का पुराना नाम इंदिरा गांधी वन्य जीवन अभयारण्य और राष्ट्रीय उद्यान
था। अन्नामलाई टाइगर रिजर्व
दक्षिण पश्चिमी घाट के दक्षिणी किनारे पर स्थित है। अनिललाई टाइगर रिजर्व के करियन शोला,
ग्रास हिल्स और मंझमपट्टी की पहचान यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल के रूप में की
गई है।
3. मुदुमलाई टाइगर रिजर्व:
मुदुमलाई राष्ट्रीय
उद्यान और वन्यजीव अभयारण्य भारत के तमिलनाडु राज्य के नीलगिरि जिले में नीलगिरि पहाड़ियों
के उत्तर-पश्चिम की ओर स्थित है। यह एक घोषित बाघ अभयारण्य
है।
4. सत्यमंगलम टाइगर रिजर्व:
सत्यमंगलम टाइगर रिज़र्व भारत के तमिलनाडु राज्य के इरोड जिले में पूर्वी घाट में एक संरक्षित क्षेत्र और बाघ अभयारण्य है। 2013 में सत्यमंगलम टाइगर रिजर्व को अधिसूचित किया गया था।
5. श्रीविल्लीपुथुर मेघमालई टाइगर रिजर्व:
श्रीविल्लिपुथुर
मेगामलाई टाइगर रिज़र्व तमिलनाडु का पाँचवाँ बाघ अभयारण्य है। श्रीविल्लिपुथुर ग्रिजल्ड
विशालकाय गिलहरी अभयारण्य (Srivilliputhur
Grizzled Giant Squirrel Sanctuary) और मेगामलाई वन्यजीव अभयारण्य के 1016.5713 वर्ग
कि.मी क्षेत्र को बाघ रिजर्व बनाने के लिए संयुक्त किया गया है। इसे 2021 में एक बाघ आरक्षित घोषित किया
गया है।
मिजोरम में
बाघ अभ्यारण्य/टाइगर रिज़र्व (Tiger Reserve in Mizoram in Hindi)
1. डंपा टाइगर रिजर्व:
भारत के मिजोरम
राज्य में लुशाई हिल (Lushai
Hills) पर स्थित है। इसे
1994 में एक बाघ आरक्षित घोषित किया गया था और यह प्रोजेक्ट टाइगर का हिस्सा है।
तेलंगाना
में बाघ अभ्यारण्य/टाइगर रिज़र्व (Tiger Reserve in Telangana in
Hindi)
1. कवाल टाइगर रिजर्व:
कवाल टाइगर
रिजर्व तेलंगाना राज्य के
मनचेरियल (Mancherial) जिले (आदिलाबाद
जिला) में गोदावरी नदी के किनारे स्थित है, जो दक्कन प्रायद्वीप-केंद्रीय उच्चभूमि
का हिस्सा है। कवाल टाइगर रिजर्व सह्याद्रि पर्वत पर्वतमाला में स्थित है। इसे अप्रैल
2012 में बाघ आरक्षित के रूप में सूचीबद्ध किया गया था।
2. अमराबाद टाइगर रिजर्व:
अमराबाद टाइगर रिजर्व तेलंगाना राज्य में स्थित है। इसे 2014 में बाघ आरक्षित क्षेत्र घोषित किया गया था।
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