Mose Chhal Kiye Jaaye Spoiler : सौम्या ने अपने सास को दी आत्मनिर्भर होने की प्रेरणा, जानिए क्या हैं विधि पंड्या का कहना
विधि पंड्या (Vidhi Pandya) और विजयेंद्र कुमेरिया (Vijayendra Kumeria) का टीवी सीरियल 'मोसे छल किये जाए' दर्शकों को काफी पसंद आ रहा है. आपको बता दें, यह सीरियल बाकी की कहानियों से बिलकुल अलग है.
सोनी टीवी का मशहूर टीवी सीरियल ‘मोसे छल किये जाए‘ (Mose Chhal Kiye Jaaye) अपनी रोमांचक कहानी और दमदार किरदारों के साथ दर्शकों में भारी उत्सुकता जगा रहा है. इस शो के ऐसे ही एक ट्रैक में दर्शक देखेंगे कि किस तरह सौम्या (Vidhi Pandya) अपनी सास सुषमा को आत्मनिर्भर होकर स्वयं कमाई करने के लिए प्रेरित करती है, क्योंकि सुषमा में कढ़ाईदार ब्लाउज़ बनाने का हुनर है. सौम्या उन्हें खुद का बिज़नेस शुरू करने के लिए बढ़ावा देती है. पिछले कुछ एपिसोड्स में सौम्या का एक अलग रूप दिखाया दर्शकों को देखने मिल गया है.
आम सीरियलों से अलग होगी यह कहानी
जहां बहुत-से डेली सोप्स में सास-बहू के बीच हमेशा खराब रिश्ते दिखाए जाते हैं, वहीं मोसे छल किये जाए में इस रिश्ते का खूबसूरत पक्ष दिखाया जा रहा है. इससे पहले, सुषमा सौम्या के काम की तारीफ करती नजर आई थीं. अब इस सिलसिले को आगे बढ़ाते हुए सौम्या भी अपनी सास के प्रति अपनी भावनाएं दिखाती नजर आ रही हैं. इस शो में सौम्या का रोल निभा रहीं विधि पंड्या बताती हैं कि “मेरा मानना है कि इस शो में दिखाया जा रहा यह ट्रैक काफी प्रगतिशील है. हालांकि आज के बहुत-से शोज़ और कहानियां एक जवान इंसान के संघर्ष पर केंद्रित रहती हैं.
जानिए क्या हैं विधि का कहना
विधि आगे कहती हैं कि ‘मोसे छल किए जाए’ एक ऐसे इंसान की कहानी दिखा रहा है, जिसने काफी दुनिया देखी है और जो अपनी उम्र में आगे निकल चुकी हैं, लेकिन अब भी अपने सपने पूरे करने की हसरत रखती हैं, जो उन्होंने अपनी शुरुआत में देखे थे. मुझे लगता है कि इंसान चाहे जिंदगी के किसी भी मोड़ पर क्यों ना हो, उसे सफल महसूस करने के लिए अपने सपने पूरे करना जरूरी है. सिर्फ नैतिक और शारीरिक आत्मनिर्भरता ही नहीं, बल्कि आर्थिक आत्मनिर्भरता और साक्षरता भी बहुत जरूरी है.
सभी के लिए प्रेरणादायी होगा यह नया ट्रैक
अपनी बात को आगे रखते हुए एक्ट्रेस बताती हैं कि इस शो का वर्तमान ट्रैक दर्शकों के लिए सीखने लायक एक खूबसूरत अनुभव है. मुझे उम्मीद है कि वो इस कहानी को एंजॉय करेंगे और सुषमा से भी प्रेरित होंगे कि कैसे उन्होंने इस उम्र में भी अपना बिज़नेस करने शुरू करने का फैसला किया और एक बेहद संपन्न परिवार से होने के बावजूद आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनें.